हूल जोहार। 1855 में आज ही के दिन भोगनाडीह से अमर वीर शहीद सिदो कान्हू के नेतृत्व में आदिवासियों ने अन्याय, शोषण और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ बिगुल फूंका था। आज पूरा देश अपने इन महानायकों को नमन कर रहा है। यह प्रेरणा दिवस है। हम सभी अपने अमर शहीद सिदो कान्हू, चांद-भैरव और फूलो -झानो के इतिहास, संघर्ष और बलिदान से प्रेरणा लेकर अपने समाज और राज्य को मजबूत बनाने का संकल्प लें। उनके आदर्शों के अनुरूप झारखंड को संवारना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन आज हूल दिवस के अवसर पर अमर वीर शहीद सिदो- कान्हू की पावन धरती पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।