राज्य में एक ऐसी व्यवस्था खड़ा करना चाहते हैं, जहां सभी की भागीदारी से झारखंड को एक नई पहचान दे सकें। इसके लिए सरकार गठन के साथ ही आंतरिक संसाधनों का बेहतर से बेहतर सदुपयोग और यहां की प्रतिभाओं को तराशने के लिए एक-एक कड़ी को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि राज्य में विकास का नया आयाम दे सकें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज झारखंड मंत्रालय सभागार में नगर विकास एवं आवास विभाग तथा द टाटा इंटरप्राइजेज की अनुषंगी इकाई " द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड " के बीच ताज होटल निर्माण हेतू एमओयू को लेकर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसके लिए लंबे समय से प्रयास जारी था, जो अब साकार हो रहा है। आज का दिन काफी ऐतिहासिक और सुखद अनुभव देने वाला है। इस सुखद अनुभव में और भी इज़ाफ़ा उस वक्त होगा जब ताज होटल राज्यवासियों को समर्पित किया जाएगा। ताज होटल के स्थापित होने से पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिससे झारखंड को वैश्विक पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड को खनिज संसाधनों के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, लेकिन यहां खनिज के अलावे अन्य कई संसाधन हैं, जो इस राज्य को आगे ले जाने के लिए काफी है। लेकिन, शायद नीतियां ऐसी नहीं बनी जो इन संसाधनों के जरिए झारखंड में विकास को गति दे सके। इस बात का हमें शुरू से अफसोस रहा है, लेकिन अब सरकार इससे आगे बढ़कर राज्य को नई दिशा देने के लिए पूरी ताकत के साथ कार्य कर रही है और उसके उत्साहवर्धक परिणाम देखने को भी मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार की खातिर झारखंड से बड़ी संख्या में लोगों का पलायन देश और विदेश के लिए होता है। अगर कोई बेहतर रोजगार और बेहतर जीवन के लिए बाहर जाता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है । लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि अगर इस राज्य में रोजगार से संबंधित नीतियों को बेहतर तरीके से बनाकर अमल में लाया जाए तो यहां से युवाओं को रोजगार के लिए पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हमारी सरकार अपने ही राज्य में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।