मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि मैं लगातार राज्य का दौरा कर रहा हूं। बस यही देखने आता हूं कि सरकार गांव से चल रही है या नहीं। गांव-गांव पहुंचकर तथा ऑनलाइन माध्यम से भी लोगों से संवाद कर उनकी बातों को सुन रहा हूं। मैं यह जानने का प्रयास कर रहा हूं कि आपके लिए जो योजनाएं राज्य सरकार बना रही है वह आप तक पहुंच रही है या नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आधी आबादी के लिए "झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना" ऐसी योजना है, एक ऐसा कदम है जो महिला सशक्तिकरण में इस राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गांव से चल रही है, रांची हेडक्वार्टर से नही। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज जामताड़ा जिला के कुंडहित प्रखंड अंतर्गत धनुकडीह मैदान में आयोजित "आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार " कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने का कार्य हमारी सरकार ने किया था। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय राज्य की दीदियों ने गांव-गांव, टोला टोला में खाना बनाकर लोगों को खिलाने का काम किया था। कोरोना संक्रमण काल में हमारी दीदियों की भूमिका अहम थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने उसी समय यह संकल्प लिया था कि दीदियों को राज्य सरकार अवश्य मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 4 वर्ष पहले सामाजिक सुरक्षा के तहत राज्य में काफी कम संख्या में लोगों को पेंशन मिलता था लेकिन हमारी सरकार ने कानून बना दिया कि सभी पात्र लाभुक को पेंशन से जोड़ा जाए। आज कोई भी पात्र जरूरतमंद व्यक्ति पेंशन योजना से छूटा नही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 4 वर्ष में वर्तमान सरकार ने जो कार्य किया है वह कार्य पिछले 20 वर्ष में नहीं किया गया था। तमाम चुनौतियों के बावजूद राज्य सरकार विकास की योजनाओं को निरंतर धरातल पर उतरने का काम कर दिखाया है। पिछले 4 वर्षों में हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास की लम्बी लकीर खींची है।